Tuesday, 11 October 2022

महाकाल लोक

 भारत के महान राजाओं ने पुरातन काल में अचंभित करने वाली वास्तुकला और शिल्पकारी से युक्त भव्य मंदिरों का निर्माण कराया जिन्हें बार बार मुग़ल आक्रांताओं द्वारा तोड़ा गया। ये हम इंदौर वासियों के लिए गर्व की बात है कि देश भर में ऐसे कई प्राचीन मंदिरों का पुनरुद्धार और पुनर्निर्माण देवी अहिल्याबाई होलकर द्वारा कराया गया था।


आज उसी परंपरा को जारी रखने का काम हमारे प्रधानमंत्री कर रहे हैं जो केदारनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, अयोध्या राम मंदिर, रामायण सर्किट, चारधाम प्रोजेक्ट और अब महाकाल लोक जैसी योजनाओं के साथ हमारी सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित कर रहे हैं।

सन 1951 में हमारे देश के प्रथम प्रधानमंत्री ने पुनर्निर्माण के बाद बने सोमनाथ मंदिर के ऐसे ही कार्यक्रम में अपनी धर्मनिरपेक्षता का हवाला देते हुए शिरकत करने से मना कर दिया था वहीं दूसरी ओर आज हमारे प्रधानमंत्री मोदीजी ने "जय महाकाल" के नारों से पूरे देश को गुंजायमान कर दिया। शायद यही वजह है कि दशकों से अनदेखी और अव्यवस्था झेल रहे इन प्राचीन हिंदू मंदिरों की सूरत अब बदल रही है क्योंकि देश अब बदल रहा है।

And we seriously don't need such hypocrite secular political parties or their leaders who did nothing for nourishing our cultural heritage just bcz of the fear of losing a particular vote bank, rather we need such fearless leaders who feel proud on our legacy. That's why apparently Modiji is the 1st PM who openly participate and encourage such cultural & religious events at such grand level. He is not afraid of anything when he does meditation in Amarnath cave or mantra chanting on a Rudraksh mala inside the Mahakal temple and this thing differentiates him from others .