तुमने सिंदूर उजाड़े हैं, हम तुमको धूल चटाएंगे
तुमने हिंद को ललकारा है, हम तुमको औक़ात बताएंगे
तुमने नापाक हिमाक़त की, हम तुमको सबक सिखाएंगे
तुम जन्नत के ख़्वाब हो बुनते,हम तुमको दोज़ख दिखलाएंगे
तुमने सिंदूर उजाड़े हैं, हम तुमको धूल चटाएंगे
अबकी जो आंख दिखाई हम पर, हम घर में घुसकर मारेंगे
चिंगारी तुमने भड़काई, हम आसमां से आग बरसाएंगे
तुमने सिंदूर उजाड़े हैं, हम तुमको धूल चटाएंगे
तुमने कश्मीर जो मांगा तो, हम पीओके भी ले आयेंगे
ज़रा संभालकर रखना अपने लाहौर कराची, बलूचिस्तान भी तुमसे छीनेंगे
तुमने सिंदूर उजाड़े हैं, हम तुमको धूल चटाएंगे
धर्म पूछकर तुमने मारा, हम धर्मयुद्ध निभाएंगे
जंग ए आग़ाज़ किया है तुमने, अंजाम तक हम पहुंचाएंगे
तुमने सिंदूर उजाड़े हैं, हम तुमको धूल चटाएंगे
तुमने ख़ूब कर ली आतंक की सरपरस्ती, अब हम ख़त्म करेंगे तुम्हारी हस्ती,
तुमने झेलम को लाल किया, तो हमने भी चेनाब सुखाई है
वतनपरस्ती की क़सम हर भारतवासी ने खाई है
तुमने सिंदूर उजाड़े हैं, हम तुमको धूल चटाएंगे
विदेशी खैरात पर तो मुल्क़ तुम्हारा ज़िंदा है,
तुम्हारी अपनी क़ौम तुम्हारी हरकतों पर शर्मिंदा है,
अरे अब तो सुधर जाओ,अच्छे पड़ोसी की तरह पेश आओ,
जम्हूरियत का एहतराम करो, पहले अपने देश में आटे दाल का इंतज़ाम करो
तुम्हारे चीनी खिलौनों पर हमारे स्वदेशी हथियार भारी हैं
तुम्हारे आतंक के आकाओं पर हमारे सैनिक भारी हैं
तुम्हारे दहशतगर्दों की तालीम पर हमारी देशभक्ति भारी है
तुम्हारे बुज़दिल मुनीर पर हमारे शेरदिल मोदी भारी हैं
नेस्तनाबूत होगा पाकिस्तान, सूचना जनहित में जारी है।
सुन ले आतंकिस्तान, तुम्हारी सरजमीं पर फ़तेह का परचम हम लहराएंगे
तुमने सिंदूर उजाड़े हैं, हम तुमको धूल चटाएंगे
तुमने हिंद को ललकारा है, हम
तुमको औक़ात बताएंगे।
जय हिंद
~सोनल "होशंगाबादी"
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