इन दिनों हमारे प्रदेश के इतिहास में एक नया अध्याय लिखा जा रहा है जिसके साक्षी बन रहे हैं हम और आप,जी हाँ!मैं बात कर रही हूँ नर्मदा-शिप्रा संगम कीl जहां एक तरफ़ कुछ लोग भ्रष्टाचार और वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं,कुछ अपने आप को जनता का मसीहा बताकर अराजकता फैला रहे हैं वहीं हमारे मुख्यमंत्री नदियों को जोड़ने का वो अनूठा काम कर रहे हैं जिसका सपना वर्षों पहले देश के सबसे विनम्र और शिष्ट प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयीजी ने देखा थाl जहां दक्षिणी राज्य वर्षों से कृष्णा-कावेरी के पानी को लेकर आपस में ही लड़ते रहे वहीं हमारे शिवराज मामा ने नर्मदा का पावन जल शिप्रा में प्रवाहित करके न सिर्फ मृतप्राय शिप्रा को नया जीवनदान दिया वरन सम्पूर्ण मालवांचल के लिये भी विकास के नये द्वार खोल दियेl साथ ही प्रदेश को मिला एक नया पर्यटन और धार्मिक तीर्थ-स्थल, उज्जैनीl मैं जानती हूँ कि यहाँ मौजूद कुछ लोग इस लेख से किसी विशेष राजनीतिक दल की ओर मेरे झुकाव का आंकलन करने लगेंगे इसलिये एक बात स्पष्ट कर देना चाहती हूँ कि भई!हम तो शिव-भक्त हैं,हमारी तो ये कामना है कि ऐसे शिव हर राजनीतिक दल में अवतरित होंकर देश का कल्याण करेंl अनेक युगों पहले भगवान शिव ने अपनी जटा से गंगा को धरती पर प्रवाहित किया और आज इस कलयुग में एक और शिव ने शिप्रा को प्रवाहमान कियाl
"माँ रेवा थारो पानी निर्मल,कल-कल बहतो जाय "
जय हिंद!
That's Good
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